Sunday 23 April 2017

Health Bulletin Hindi

*अगर आप देश के लोगो का स्वास्थ्य ठीक करना चाहते हैं तो इस पोस्ट को अपने सभी ग्रुप और मित्रो को शेयर करे*
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*सभी बीमारियो के इलाज की वीडियो सिर्फ एक ही पोस्ट में*
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🔴 *48 रोग जड़ से मिटाएँ, मेथीदाना*

https://youtu.be/scpz385lVbA

🔴 *गेंदाफूल का रस दुनियां की सर्वोत्तम औषधी*

https://youtu.be/snijK-nfjvw

🔴 *तुलसीपत्ता कैसे खाए*

https://youtu.be/hxwJOOO2PR0

🔴 *एलोवेरा रस 53 रोग मिटाए*

https://youtu.be/Xu8LZsjJT3U

🔴 *बेंगन खाने के नियम और फायदे*

https://youtu.be/XHHn25om0qo

🔴 *डायबिटीज क्या है? जानिए सरल शब्दों में*

https://youtu.be/Ne1NzwmomVw

🔴 *सही गुड़ की पहचान, बचाए आपकी जान*

https://youtu.be/LrjUHUGiyE0

🔴 *लौकी के जूस के फायदे*

https://youtu.be/k5WOyWjmp54

🔴 *दालचीनी 23 गंभीर रोग ठीक करती है*

https://youtu.be/mfntHTodXnc

🔴 *40 साल पुराने जोड़दर्द का इलाज़*

https://youtu.be/1t54jz2bCtI

🔴 *कब्ज का आपातकालीन इलाज़*

https://youtu.be/ca7tz-8FKCE

🔴 *गैंग्रीन का रामबाण इलाज़*

https://youtu.be/qXxm6iuMYoo

🔴 *नशा छुड़ाने का इलाज*

https://www.youtube.com/watch?v=398xm2abaf0

🔴 *सर्दी-खाँसी-जुखाम का इलाज़*

https://youtu.be/iAcpWzoAczo

🔴 *ब्लड-प्रैशर (High/Low) का इलाज़*

https://youtu.be/DYzqzhjyx34

🔴 *पथरी का आसान इलाज़*

https://youtu.be/BCKu4UXcExE

🔴 *गला व् छाती का आयुर्वेदिक उपचार*

https://youtu.be/i2eHqBYIK5Q񝀊

🔴 *अंग्रेज भारत में आकर आयुर्वेदिक इलाज कराते है और हम?*

https://www.youtube.com/watch?v=iSvVRAjj4-0

🔴 *चाय का आयुर्वेदिक विकल्प*

https://www.youtube.com/watch?v=DoKYJq-TfzM

🔴 *आँख और कान की बीमारी का उपचार*

https://www.youtube.com/watch?v=4yPJhM9dfa8

🔴 *डेंगू का उपचार*

https://www.youtube.com/watch?v=Lhm4gSrnjrY

🔴 *बवासीर का उपचार*

https://www.youtube.com/watch?v=Ii1WhyF548g

🔴 *पेप्सी-कोक का पर्दाफास*

https://youtu.be/6y4d9blIyto

🔴 *स्वास्थ्य सम्बंधित व्याख्यान*

https://www.youtube.com/watch?v=WzAWqlqIIwA

🔴 *भोजन करने के कितनी देर बाद पानी पीना चाहिए और क्यों*

https://www.youtube.com/watch?v=9BLBQNtRDzo

🔴 *भोजन करते समय कितना पानी पीना उचित है?- राजीव दीक्षित*

https://www.youtube.com/watch?v=Y4FGWBvqqYI

🔴 *मधुमेह/शुगर/डायबिटीज का उपचार*

https://www.youtube.com/watch?v=7C1hdF_f8VU

🔴 *आँखों की बीमारी का उपचार*

https://www.youtube.com/watch?v=fcdHjw2Fm4k

🔴 *सांप काटने पर प्राथमिक उपचार*

https://www.youtube.com/watch?v=RPtDRH_mqO0

🔴 *कुत्ते के काटने का उपचार*

https://www.youtube.com/watch?v=Z6QQFM0LI0Q

🔴 *जोड़ो के दर्द का रामबाण उपचार*

https://www.youtube.com/watch?v=m-716eSrj4g

🔴 *सिरदर्द का रामबाण इलाज*

https://www.youtube.com/watch?v=d6U5UAXRLcM

🔴 *बिच्छु के काटने का उपचार*

https://www.youtube.com/watch?v=OtWT3CKHskc

🔴 *शराब और सोमरस में अंतर*

https://www.youtube.com/watch?v=XMTVl6gYlsc

🔴 *मच्छर भगाने का आयुर्वेदिक नुस्खा*

https://www.youtube.com/watch?v=ZBm5j3NNiVU

🔴 *स्वाईन-फ्लू का सच*

https://www.youtube.com/watch?v=M5OVmXdvGOA

🔴 *गर्भ-निरोधक गोलियों का सच:- राजीव दीक्षित / Rajiv Dixit*

https://www.youtube.com/watch?v=wvmvdksRXOQ

🔴 *क्या आप वो दवा तो नही खा रहे जो विदेशो में बैन है*

https://www.youtube.com/watch?v=mIQEHmAPMHg

🔴 *प्रैशर-कुकर का सच*

https://www.youtube.com/watch?v=OA--GhGOA90

🔴 *क्या आपके टूथपेस्ट में जहर तो नही*

https://www.youtube.com/watch?v=G_cpPks6j38

🔴 *लाल दंतमंजन बनाने की विधि*

https://www.youtube.com/watch?v=khiKqf9cxCQ

🔴 *वात-पित्त-कफ को कैसे संतुलित रखे*

https://www.youtube.com/watch?v=QIN8g_GaZk8

🔴 *चिकनगुनिया का रामबाण इलाज:- राजीव दीक्षित*

https://www.youtube.com/watch?v=FK1lOCZBT7M

🔴 *थायराइड का उपचार*

https://www.youtube.com/watch?v=dJ1g4Dzsrl0

🔴 *गौमूत्र से गंभीर बिमारिओ का इलाज:- राजीव दीक्षित*

https://www.youtube.com/watch?v=ZafSflkbHF0

🔴 *मिट्टि के बर्तनों का महत्व:- राजीव दीक्षित*

https://www.youtube.com/watch?v=u_NWgfG7Zwk

🔴 *देश की दुर्दशा जानकर आप भी रोयेंगे*

https://www.youtube.com/watch?v=Sq97PKOHcU0

🔴 *शहीद भगत सिंह जी की भविष्यवाणी*

https://youtu.be/kGEygY9Qrws

🔴 *Pre-Documentary Rajiv Dixit*

https://www.youtube.com/watch?v=cNrgINYh6VE

Sunday 16 April 2017

सात चक्र

*जानिए आपके शरीर का कौनसा चक्र  बिगडा हुवा है  एवं उस को ठीक कसे करे*

(1) *मूलाधार चक्र*
- गुदा और लिंग के बीच चार पंखुरियों वाला 'आधार चक्र' है । आधार चक्र का ही एक दूसरा नाम मूलाधार चक्र भी है। इसके बिगड़ने से वीरता, धन ,समृधि ,आत्मबल ,शारीरिक बल ,रोजगार, कर्मशीलता, घाटा, असफलता  रक्त  एवं हड्डी के रोग, कमर व पीठ में दर्द, आत्महत्या के  बिचार ,डिप्रेशन  ,केंसर अदि होता है।

(2) *स्वाधिष्ठान चक्र*
- इसके बाद स्वाधिष्ठान चक्र लिंग मूल में है । उसकी छ: पंखुरियाँ हैं । इसके बिगड़ने पर क्रूरता,गर्व,आलस्य, प्रमाद, अवज्ञा, नपुंसकता ,बाँझपन ,मंद्बुधिता ,मूत्राशय  और गर्भाशय  के रोग ,अध्यात्मिक  सिद्धी में बाधा   बैभव के आनंद में कमी  अदि होता है।

(3) *मणिपूर चक्र*
- नाभि में दस दल वाला मणिचूर चक्र है । इसके इसके बिगड़ने पर तृष्णा, ईष्र्या, चुगली, लज्जा, भय, घृणा, मोह, अधूरी सफलता ,गुस्सा ,चिंडचिडापन, नशाखोरी, तनाव ,शंकलुप्रबिती,कई तरह की बिमारिया ,दवावो का  काम न करना ,अज्ञात भय ,चहरे का तेज गायब ,धोखाधड़ी, डिप्रेशन,उग्रता ,हिंशा,दुश्मनी ,अपयश ,अपमान ,आलोचना ,बदले की भावना,एसिडिटी, ब्लडप्रेशर,शुगर,थाईरायेड, सिरएवं शारीर के दर्द,किडनी ,लीवर ,केलोस्ट्राल,खून का रोग आदि  इसके बिगड़ने का मतलब  जिंदगी  का  बिगड़ जाना ।

(4) *अनाहत चक्र*
- हृदय स्थान में अनाहत चक्र है । यह बारह पंखरियों वाला है । इसके बिगड़ने पर लिप्सा, कपट, तोड़ -फोड़, कुतर्क, चिन्ता,नफरत ,प्रेम में असफलता ,प्यार में धोखा ,अकेलापन ,अपमान, मोह, दम्भ, अपनेपन में कमी ,मन में उदासी , जीवन में बिरानगी ,सबकुछ होते हुए भी बेचनी, छाती में दर्द ,साँस लेने में दिक्कत ,सुख का अभाव, ह्रदय  व फेफड़े के रोग, केलोस्ट्राल में बढ़ोतरी अदि ।

(5) *विशुद्धख्य चक्र* - कण्ठ में विशुद्धख्य चक्र यह सरस्वती का स्थान है । यह सोलह पंखुरियों वाला है। यहाँ सोलह कलाएँ सोलह विभूतियाँ विद्यमान है, इसके बिगड़ने पर वाणी दोष, अभिब्यक्ति में कमी ,गले ,नाक,कान,दात, थाई रायेड, आत्मजागरण में  बाधा आती है।

(6) *आज्ञाचक्र* - भू्रमध्य में आज्ञा चक्र है, यहाँ '?' उद्गीय, हूँ, फट, विषद, स्वधा स्वहा, सप्त स्वर आदि का निवास है । इसके बिगड़ने पर एकाग्रता ,जीने की चाह,निर्णय की सक्ति, मानसिक सक्ति, सफलता की राह आदि इसके बिगड़ने  मतलब  सबकुछ  बिगड़ जाने का  खतरा।  (7) *सहस्रार चक्र* - सहस्रार की स्थिति मस्तिष्क के मध्य भाग में है । शरीर संरचना में इस स्थान पर अनेक महत्वपूर्ण ग्रंथियों से सम्बन्ध रैटिकुलर एक्टिवेटिंग सिस्टम का अस्तित्व है । वहाँ से जैवीय विद्युत का स्वयंभू प्रवाह उभरता है ।इसके बिगड़ने पर  मानसिक बीमारी, अध्यात्मिकता का आभाव ,भाग्य  का साथ न देना अदि ।

🙏

Wednesday 1 March 2017

मेथी का पानी

*1 महीने पीएं मेथी का पानी, शरीर के हर पार्ट में आएगा ये चमत्कारिक बदलाव*

   ♨ *आयुष पिपलिया मंदसौर* ♨

🌼घर पर आसानी से मिल जाने वाली मेथी में इतने सारे गुण है कि आप सोच भी नहीं सकते है। यह सिर्फ एक मसाला नहीं है बल्कि एक ऐसी दवा है जिसमें हर बीमारी को खत्म करने का दम है। आइए आज हम आपको मेथी के पानी के कुछ चमत्कारिक तरीके बताते हैं।

*करें ये काम*

🌼एक पानी से भरा गिलास ले कर उसमें दो चम्‍मच मेथी दाना डाल कर रातभर के लिये भिगो दें। सुबह इस पानी को छानें और खाली पेट पी जाएं। रातभर मेथी भिगोने से पानी में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्‍सीडेंट गुण बढ जाते हैं। इससे शरीर की तमाम बीमारियां चुटकियों में खत्म हो जाती है। आइए आपको बताते है कि कौन सी है वो खतरनाक 7 बीमारियां जो भग जाएंगी इस पानी को पीने से।

*वजन होगा कम*

🌼यदि आप भिगोई हुई मेथी के साथ उसका पानी भी पियें तो आपको जबरदस्‍ती की भूख नहीं लगेगी। रोज एक महीने तक मेथी का पानी पीने से वजन कम करने में मदद मिलती है।

*गठिया रोग से बचाए*

🌼इसमें एंटीऑक्‍सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होने के नातेए मेथी का पानी गठिया से होने वाले दर्द में भी राहत दिलाती है।

*कोलेस्‍ट्रॉल लेवल घटाए*

🌼बहुत सारी स्‍टडीज़ में प्रूव हुआ है कि मेथी खाने से या उसका पानी पीने से शरीर से खराब कोलेस्‍ट्रॉल का लेवल कम होकर अच्‍छे कोलेस्‍ट्रॉल का लेवल बढ़ता है।

*ब्लड प्रेशर होगा कंट्रोल*

🌼मेथी में एक galactomannan नामक कम्‍पाउंड और पोटैशियम होता है। ये दो सामग्रियां आपके ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल करने में बड़ी ही सहायक होती हैं।

*कैंसर से बचाए*

🌼मेथी में ढेर सारा फाइबर होता है जो कि शरीर से विषैले तत्‍वों को निकाल फेंकती है और पेट के कैंसर से बचाती है।

*किडनी स्‍टोन*

🌼अगर आप भिगोई हुई मेथी का पानी 1 महीने तक हर सुबह खाली पेट पियेंगे आपकी किडनी से स्‍टोन जल्‍द ही निकल जाएंगे।

*मधुमेह*

🌼मेथी में galactomannan होता है जो कि एक बहुत जरुरी फाइबर कम्‍पाउंड है। इससे रक्‍त में शक्‍कर बड़ी ही धीमी गति से घुलती है। इस कारण से मधुमेह नहीं होता।

🌳इस जानकारी को अपने मित्रो और शुभचिंतको तक पहुचाने के लिए कृपया शेयर जरुर करे।

   ☘🌱🌿जी🌿🌱☘

Tuesday 21 February 2017

Medical Bulletin Hindi

☘🌵🍂🍃🌳🌳🌴🌵🌾🌿☞☞1यदि आपको रात में नींद नहीं आती, तो अपनी पलकें एक मिनट तक जोर-जोर से झपकाएँ कुछ ही देर में नींद आ जाएगी
✍2. सुबह उठकर यदि आपको रात की बात याद नहीं रहती, तो उस बात को रात में सोने से पहले एक बार दोहराएँ. वह बात सुबह आपको जरूर याद रहेगी।
✍3. गर्म पानी से नहाने के बाद, थोड़ा सा ठंडा पानी शरीर पर डालने से शरीर कई तरह की बीमारियों से दूर रहता है।
✍4. एक रिसर्च के मुताबिक, हमारा दाहिना कान बातों और शब्दों को बेहतर सुन सकता है जबकि बाएं कान से संगीत बेहतर सुना जा सकता है।
✍6. यदि आपको चक्कर आ रहे हैं, तो बिस्तर पर लेट कर एक पैर जमीन पर रखिए. चक्कर आने बंद हो जाएंगे।
✍7. यदि माइग्रेन का दर्द नहीं जा रहा, तो अपने हाथों को बर्फ़ के ठंडे पानी में डालिए, दर्द काफ़ी हद तक खत्म हो जाएगा।
✍8. यदि मच्छर के काटने के बाद उस जगह पर ख़ुजली हो रही है, तो उस जगह पर डियो लगा लीजिए, ख़ुजली तुरंत बंद हो जाएगी।
✍9. यदि आपको बे-वक्त नींद आ रही है, जैसे बस में या क्लास में आदि. तो अपनी सांस को तब तक रखिए जब तक आप रोक सकते हैं. फिर सांस छोड़ दे. इस से नींद एकदम से गायब हो जाएगी।
✍10. अगर हंसी नहीं रुक रही, तो ख़ुद को ज़ोर से चूंटी काट लीजिए. हंसना बंद हो जाएगा।
✍11. टेंशन और सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए जमीन पर लेट कर पैरों को ऊपर करके दीवार पर लगा ले. इससे काफी फायदा होगा।
✍12. अंगूर का जूस आपका मानसिक तनाव दूर कर सकता है।
✍13. बच्चों की नज़र तेज करने के लिए उनके बेड की दिशा बदलते रहें, इससे उसका एंगल बदल जाएगा, और नजर में सुधार होगा. इसे आप भी कर सकते हैं।
✍14. दिन भर की थकान के बाद यदि आपको आराम चाहिए, तो एक ठंडे पानी की बोतल को अपने पैरों के नीचे रख कर आगे-पीछे करें. जल्द ही आपके पैरों की थकान दूर होगी।
✍15. आजकल हर छोटी-छोटी बात पर डॉक्टर एक्स-रे करवाने लग गए हैं. क्या आप जानते हैं कि एक्स-रे करवाने के दौरान निकली घातक रेडियोएक्टिव किरणें कैंसर पैदा करती हैं. एक मामूली एक्स-रे करवाने में शरीर को हुई हानि की भरपाई करने में कम से कम एक वर्ष का समय लगता हैं।।

Tuesday 7 February 2017

Medical post Marathi

१) आंघोळ करत असताना तोंडात पाणी घेऊन आंघोळ करणे  - सर्दी, खोकला, ताप येत नाही.
२) पाय उत्तरेस व डोके दक्षिणेला करून झोपले तर लकवा (पॅरालीसीस) येत नाही.
३) रोज एक आंब्याचे पान खाल्ले तर मुखदुर्गंधी निघून जाते व अपचन होत नाही.
४) रोज एक ग्लास ताक प्यायले तर हार्ट अटॅक येत नाही.
५) स्मरण शक्ती साठी रोज एक पेरू सलग १५ दिवस खाणे.   मुलांना देणे.
६) वर्षातून एकदा सलग १५ दिवस गाजराचा रस घेतला तर कॅन्सर  होत नाही.
7) रोज ४ सीताफळाची पाने खाणे आणि ३ किलोमीटर  चालणे - पहिले १ किलोमीटर रेगुलर चालणे हात पुढे व मागे - पोटावरची चरबी निघून जाते , दुसरे किलोमीटर कॅटवॉक सारखे चालणे एक रेषेत पाय पडले पाहिजेत, आतड्याला पीळ पडला पाहिजे - अपचनाचा त्रास होत नाही, पोटावरची चरबी निघून जाते, स्वादुपिंड काम करू लागते व शुगरचा  त्रास होत नाही आणि तिसरे किलोमीटर आर्मी परेड सारखे चालणे.
8) रोज एक चमचा पांढरे तीळ खाणे  -  हाडे मजबूत होतात.
9) ऐकू न येणे - चमचाभर कांद्याचा रस काढणे, एक थेम्ब मध टाकणे, कोमट पाण्यात घेऊन वस्त्रगाळ करणे व कानात टाकणे कानात कापूस टाकणे. ३ दिवस करणे किंवा ६ ते ७ दिवस करणे.  १५ दिवस करणे
१0) वर्षातून एकदा सलग ३ दिवस काही न खाता पिता फक्त ताजे ताक च पिणे.  रात्री झोपताना थोडेसे पाणी चालेल.  पहिल्या दिवशी काही होत नाही, संध्याकाळी थकवा जाणवल्या लागतो, लूझ मोशन सारखे होते. दुसऱ्या दिवशी पान त्रास होतो. तिसऱ्या दिवशी पूर्णपणे झोपून राहायला लागते. ४ थे दिवसापासून  ८ दिवसापर्यन्त वरण भात  खाणे -  हिरवी मिरची ८ दिवस खाऊ नये.
१1) जुलाबासाठी  -  चमचाभर मेथीचे दाणे अर्धा ग्लासात कोमट पाण्यात गिळणे.
१2) नाकाचे हाड वाढणे - ५  रिटा  ३ काप पाण्यात टाकून १ चमचा सुंठ  पावडर टाकणे आटवून एक कप  करणे, वस्त्रगाळ करणे, काचेच्या बाटलीत ठेवून व रोज रात्री झोपताना २-२ थेम्ब नाकात ८ दिवस घालणे
13) मुळव्याधासाठी - अर्धा लिंबू व त्याच्यात सैंधव मीठ - ४ ते ५ चमचे टाकणे व लोणचे चाखल्यासारखे चाखणे.  १० मिनिटात थांबते.  वर्षातून ७ दिवस सकाळी व संध्याकाळी करणे. पोटपण सुटणार नाही.
14 ) वर्षातून फक्त एकदा शुद्ध संजीवनी १५ दिवस पिणे (250 मिली लिटर ) किंमत रुपये १२६०/- .फक्त फुलांचा व फळांचा रस आहे.  सरबता सारखेय आहे.  पथ्य काही नाही.  कितीही काम केले तरी थकवा येत नाही कंबर दुखी, गुडघे दुखी, BP चा त्रास निघून जाईल. उष्णतेचा, मुळव्याधाचा, केस गळतीचा त्रास निघून जातो.
15) लिंबू खेऊन त्याच्यावर खायचा सोडा टाकणे व दागिन्यांमुले आलेल्या डागावर 1 मिनिटं चोळणे व तिसऱ्या मिनिटाला धुवून काढणे.   सलग ७ दिवस केले तर डाग पूर्णपणे निघून जातात.
16) ५ ते ६ चमचे दुघ घेऊन त्याच्यात लिंबू पिळायचा व अर्धा तास ठेवणे व चेहऱ्याला लावणे.  आठवड्यातून एकदा करणे. कातडी गोल्डन रंगाची होते.
17) तुळशीच्या पानांचा रस रात्री लावला व सकाळी धुतला तर ब्युटी parlour ला जायची जरूर नाही.  Make अप करायची गरज नाही.  चेहऱ्यावरचे सगळे काळे डाग निघून जातात.  
१८) पोटाच्या आजारावर - वावडिंग चमचाभर वाटीभर पाण्यात रात्री भिजत घालणे, सकाळी उढल्यावर  कडक पाण्यात उकळवून गाळून चमच्याने देणे.
१९) कानाच्या पडद्याला भोक - उसाचे कांडे घेणे, त्याला जाळात टाकून  गरम करायचे व चमचाभर रस घेणे व एक थेम्ब मध टाकायचे, वस्त्रगाळ करणे  व कानात टाकायचे, कापूस लावायचा.
२०) हात पायाला घाम येणे - सुपारीचे एक खांड -  सकाळी व संध्याकाळी खाणे - १५ दिवस खाणे.
२१) लहान मुलांची छाती भरते, सर्दी झाली तर - अर्धा चमचा मोहरी घेऊन चेचायची व एक थेम्ब मध घालायचे - त्याच फक्त १ मिनिटं बाळाला वास द्यायचा.
२२) तुरटीच्या पाण्यात सलग ८ दिवस अंघोळ (३ महिन्यातून एकदा - असे वर्धातून ४ वेळा ) केली तर हात पायाला  खाज येणार नाही, खरूज, नायटा गजकर्ण होणार नाही.

Vidur Neeti Gujarati

-ઃ વિદુર નીતિનાં સૌથી શ્રેષ્ઠ ૧૦૮ વાક્યો ઃ-
અ.નં. વિદુર નીતિનું સુંદર વાક્ય
૧. જેનું ચારિત્ર્ય સારું છે, તેના માટે આખી દુનિયા એક પરિવાર છે.
૨. છળકપટ કરનાર કદી રાજા બની શકતો નથી.
૩. જે સૌનું કલ્યાણ ઈચ્છે છે તે સૌથી મહાન છે.
૪. જ્યાં જ્યાં જુગાર રમાય છે ત્યાં ત્યાં લક્ષ્મીનો અભાવ રહે છે.
૫. સ્વામીએ સેવક ઉપર અને સ્વામી ઉપર સેવકે કદી અવિશ્વાસ ન કરવો.
૬. વિનય અને વિવેક અપયશનો તત્કાલ વિનાશ કરે છે.
૭. સુખ માટે ક્યારેય ધર્મનો ત્યાગ કરશો નહિ.
૮. બુદ્ધિમાન અહીં ગરીબ રહી જાય છે અને મૂર્ખ ધનવાન બની જાય છે.
૯. ક્ષમા કદી પણ ક્યારેય કોઈનું અકલ્યાણ કરતી નથી.
૧૦. અગ્નિ, સ્ત્રી, દેવી, દેવતા, ગુરુ અને મા-બાપનું કદી અપમાન કરશો નહિ.
૧૧. રાજાએ ક્યારેય પણ પોતાના રાજ્યના નોકરોનો પગાર રોકવો નહિ.
૧૨. રાજા, વિધવા, સૈનિક, લોભી, અતિ દયાળુ, અતિ ઉડાઉ અને અંગત મિત્ર- આ સાત સાથે નાણાંની લેવડ-દેવડ કરવી નહિ.
૧૩. આળસુ, ખાઉધરો, અળખામણો, ઘૂર્ત, ચાલાક, ક્રોધી અને વિચિત્ર વેશધારી- આ સાતને ક્યારેય પોતાના ઘેર ઊતારો આપવો નહિ.
૧૪. તપ, દમ, અઘ્યયન, યજ્ઞ, દાન, સદાચાર અને પવિત્ર વિવાહ- આ ગુણો જે કુળમાં હોય છે તે શ્રેષ્ઠ કુળ કહેવાય છે.
૧૫. રાજા, વિદ્વાન, વૃદ્ધ, બાળક, રોગીષ્ઠ, અપંગ અને મા-બાપ - આ સાત ઉપર ગુસ્સો કરનાર સામેથી પીડા વહોરી લે છે.
૧૬. ધીરજ, પુરુષાર્થ, પવિત્રતા, દયા, મઘુરવાણી, મનોનિગ્રહ અને નિરોગી શરીર- આ સાત ગુણો હંમેશા ધનસંપત્તિ વધારે છે.
૧૭. જે ધનવાન છે પણ ગુણવાન નથી તેની સોબત કદી ન કરવી.
૧૮. સતત પુરુષાર્થ કરનારને જ બધા પ્રારબ્ધ સતત સાથ આપે છે.
૧૯. અહીં ‘સીધા’ માણસને જ બધા હેરાન કરે છે- માટે બહુ સરળ ન થવું.
૨૦. ‘જે થવાનું હતું તે થઈ ગયું’- તે ભૂલી જઈ વર્તમાનમાં જીવો.
૨૧. પ્રેમ બધા ઉપર રાખો પણ વિશ્વાસ કદી નહિ.
૨૨. જે કદી પણ ક્રોધ કરતો જ નથી તે પુરુષ યોગી છે.
૨૩. આમંત્રણ સિવાય ક્યારેય પારકા ઘેર જવું નહિ.
૨૪. ધર્મનું આચરણ કરી નીતિપૂર્વક કમાણી કરવી એ પણ પરમસિદ્ધિ છે.
૨૫. ઘરની તમામ મહિલાઓની રક્ષા કરવી એ ઘરના મર્દોની ફરજ છે.
૨૬. કોઈપણ કાર્યની શરૂઆત કરો તો તેને જાહેર ના કરો.
૨૭. જે કારણ વગર ગુસ્સે થાય કે કારણ વગર પ્રસન્ન થાય તેનાથી ચેતજો.
૨૮. જે પોતાને પ્રતિકૂળ છે તેવું વર્તન બીજા પ્રત્યે કરવું નહિ.
૨૯. જે લોભી છે તેને આખી પૃથ્વી આપો તો પણ ઓછી પડવાની છે.
૩૦. જે શાસ્ત્રોથી વિરૂદ્ધ વર્તન કરે છે તેને શાસ્ત્રોનો સામનો કરવો પડે છે.
૩૧. દોરીથી બંધાયેલી કઠપુતળીની જેમ જીવ દૈવને બંધાયેલો પરવશ છે.
૩૨. ક્રોધ શરીરના સૌદર્યને નાશ કરે છે.
૩૩. પરિવારને મૂકી જે એકલો મિષ્ટાન્ન આરોગે છે તેનું પતન નિશ્ચિત છે.
૩૪. જ્યારે ઘરમાં બધા સૂઈ ગયા હોય ત્યારે એકલાએ જાગવું નહિ.
૩૫. જે વાદવિવાદ નથી કરતા તે સંવાદમાં જીતી જાય છે.
૩૬. ૠષિનું કુળ અને નદીનું મુળ જાણવા પ્રયત્નો કરવા નહિ.
૩૭. જે ભૂખ વગર ખાય છે તે વહેલો મરે છે.
૩૮. દુર્જનોનું બળ હંિસા છે.
૩૯. મઘુર વાણી ઔષધ છે, કટુ વાણી રોગ છે.
૪૦. બધા તીર્થોની કરેલી યાત્રા કરતાં જીવદયા ચડિયાતી છે.
૪૧. પોતાના ઉપયોગ માટે મેળવેલ અનાજ, દહીં, મીઠું, મધ, તેલ, ઘી, તલ, કંદમૂળ, શાકભાજી, લાલ વસ્ત્રો અને ગોળ- આ ૧૧ વસ્તુઓ કોઈને વેચવી નહિ.
૪૨. સાપ, રાજા, શત્રુ, ભોગી, લેણદાર, સ્ત્રી અને પોતાનું શરીર- આટલા સાત ઉપર કદી આંધળો વિશ્વાસ મૂકવો નહિ.
૪૩. સ્નાન કરવાથી રૂપ, બળ, સ્વર, શોભા, સ્વચ્છતાના લાભ પ્રાપ્ત થાય છે.
૪૪. જે સેવક આજ્ઞાનું પાલન કરવાને બદલે વ્યર્થ દલીલબાજી કરતો હોય તેને વિના વિલંબે પાણીચું આપી દેવું જોઈએ.
૪૫. જે માણસ જેવો વ્યવહાર કરે છે તેવો જ વ્યવહાર તેની સાથે કરવો.
૪૬. હણે તેને હણવામાં પાપ નથી.
૪૭. કોઈની વગર કારણે નંિદા કરવી, કોઈ વાતને મૂળ કરતાં વધારીને કહેવી અને કર્કશ વાણી ઉચ્ચારવી- આ ત્રણ દુર્ગુણ દુઃખ વધારે છે.
૪૮. જ્યાં અતિથિનો આવકાર થાય છે, જે પરિવારમાં મઘુર સંવાદ થાય છે, સંતોષકારક ભોજન થાય છે, સેવા છે ત્યાં સદાકાળ લક્ષ્મી છે.
૪૯. જ્ઞાનથી અભય, તપથી, ગૌરવ, ગુરુસેવાથી જ્ઞાન, યોગથી શાંતિ મળે છે.
૫૦. દિવસે એવુંને એટલું કામ કરવું કે રાત્રે તુરત જ ઊંઘ આવી જાય.
૫૧. જે સભામાં વૃદ્ધ નથી તે સભા નથી, જે ધાર્મિક નથી તે જ્ઞાનવૃદ્ધ નથી અને જેમાં સત્ય નથી તેમાં કોઈ ધર્મ નથી.
૫૨. નાશ પામેલી કોઈપણ વસ્તુનો કોઈ શોક નથી કરતા તે પંડિત છે.
૫૩. માણસને જે વહાલુ હોય છે તેના અવગુણ દેખાતા નથી અને જે અળખામણું હોય છે તેના સદ્ગુણો દેખાતા નથી.
૫૪. પર્વતની ટોચ ઉપર, ઘરમાં એકાન્ત સ્થળે, નિર્જન વનમાં, નદીના કિનારે, કોઈ મંદિરમાં જ્યારે સમય મળે ત્યારે બેસી આત્મમંથન કરવું.
૫૫. કલ્યાણ ઈચ્છનારે ક્યારેય કુટુંબમાં કજિયો કંકાસ કરવાં નહિ.
૫૬. જે વૃક્ષ ઉપર ફળફૂલ બેસતાં નથી તેનો પક્ષીઓ ત્યાગ કરી દે છે. તેમ મરેલા માણસનો સગાવહાલાં તુરત જ ત્યાગ કરી દે છે.
૫૭. ભાગ્યમાં લખેલું છે તે ક્યારેય મિથ્યા થતું નથી.
૫૮. મુશ્કેલીઓ આવી પડે ત્યારે સંકોચ વગર વડીલોનું માર્ગદર્શન મેળવો.
૫૯. કારણ વગર જ બીજાના દોષો જોવા- કહેવા એ મહામૂર્ખ છે.
૬૦. દૂધ, ફળ, દવા, પાણી, કંદમૂળ, કોઈપણ દેવી દેવતાનો પ્રસાદ, લેવાથી ઉપવાસ કે વ્રતભંગ થતો નથી.
૬૧. માતા-પિતા, પ્રભુ અને ગુરુને પગે લાગવાથી આયુષ્ય, વિદ્યા, યશ વધે છે.
૬૨. શુભ કાર્યો કરવાના સંકલ્પ સમયથી જ સંજોગો સુધરવાનું શરૂ થઈ જાય છે.
૬૩. કોઈપણ પ્રયોજન વગર કોઈ પણ પ્રવાસ કરવો નહિ.
૬૪. જે પોતાનાં વખાણ (આત્મશ્વ્લાધા) જ કરે છે તે બધે અળખામણો બને છે.
૬૫. જીવનમાં જે માત્ર થોડા લાભથી જ સંતુષ્ટ થઈ જાય છે તે મહામૂર્ખ છે.
૬૬. કુટુંબનું ભલુ થતું હોય તો કુટુંબની ખરાબ વ્યક્તિનો ભુર્ત ત્યાગ કરી દેવો, ગામનું ભલુ થતું હોય તો પરિવારનો, દેશનું ભલુ થતું હોય તો ગામનો અને આત્માની જો મુક્તિ થતી હોય તો પૃથ્વીનું રાજપણ છોડી દેવું.
૬૭. જે ઘેરથી અતિથિ નારાજ-નિરાશ થઈ જાય છે તે ઘરનું પુણ્ય નાશ પામે છે.
૬૮. ક્રોધને શાંતિથી, દુર્જનને સૌજન્યથી, કંજૂસને દાનથી, અસત્યને સત્યથી મા-બાપને સેવાથી, પત્નીને પ્રેમથી અને પતિને સ્વાદિષ્ટ ભોજનથી જીતવાં.
૬૯. જેમ ઊંચ્ચ કુળમાં જન્મેલ નીચ બની શકે છે તેમ નીચ કુળનો ઊચ્ચ બને છે.
૭૦. જે અન્ન સારી રીતે પચી જતું હોય તે જ માણસે ગ્રહણ કરવું.
૭૧. કાચાં ફળ તોડી લેનાર ફળની અસલ મીઠાશ માણી શકતો નથી.
૭૨. નપુસંકને જેમ કોઈ સ્ત્રી પ્રેમ કરતી નથી તે રીતે જે રાજા કે સ્વામી કે માલિકની કૃપા અને ક્રોધ વાંઝિયા હોય તેનો બધા જ ત્યાગ કરે છે.
૭૩. જે ધાતુ તપાવ્યા વિના જ વળી જાય છે તે ધાતુને તપવું પડતું નથી.
૭૪. જેને કકડીને ભૂખ લાગે છે તેને રોટલો પણ મિષ્ટાન્ન છે, પરંતુ જેને ભૂખ જ લાગતી નથી તેના માટે મિષ્ટાન્ન પણ વ્યર્થ છે.
૭૫. કર્મેન્દ્રિયો અને જ્ઞાનેન્દ્રિયો ઉપર જેનો કાબૂ નથી તે શ્રેષ્ઠ ‘ગુલામ’ છે.
૭૬. સત્યથી ધર્મનુ, સતત અભ્યાસથી વિદ્યાનું, સાદગી અને સુઘડતાથી સૌંદર્યનું અને સદ્ગુણોથી કુળનું રક્ષણ થાય છે.
૭૭. અધર્મથી હજુ સુધી કોઇને સિદ્ધિ મળ્યાનું સાંભળ્યું નથી.
૭૮. શાન્તિ માટે ક્ષમા, સુખ માટે સમાધાન, કલ્યાણ માટે ધર્મ શ્રેષ્ઠ ઉપાય છે.
૭૯. કામ, ક્રોધ, લોભ, મોહ, મદ અને મત્સર એ નર્કનાં દ્વાર છે.
૮૦. સત્ય, દયા, તપ, અહંિસા, અચૌર્ય અને અપરિગ્રહ એ સ્વર્ગના દ્વાર છે.
૮૧. નશાબાજ, પાગલ, કામી, લોભી, અભિમાની, ક્રોધી, ઉતાવળિયો, બીકણ, આળસુ અને બહુ બોલનારનો કાયરેય સંગ ના કરવો.
૮૨. હમેશાં પ્રસંગને અનુરૂપ પહેરવેશ ધારણ કરવો.
૮૩. જેવો પ્રશ્ન હોય તેવો જ જવાબ આપો.
૮૪. જે બીજાના સુખે સુખી થાય છે તે સજ્જન છે પણ જે બીજાના દુઃખે દુઃખી થાય છે તે સંત છે.
૮૫. જે શુભ કાર્યોમાં પોતાનાથી ચડિયાતાને આગળ રાખે છે તે સફળ થાય છે.
૮૬. સમય આવ્યે જે શત્રુને પણ મદદ કરે છે ત્યાં અનર્થો આવતા નથી.
૮૭. બધા તહેવારોમાં શક્તિ મુજબ જે પરિવારનું ઘ્યાન રાખે છે તે સુખી છે.
૮૮. જેમ અગ્નિ ઈંધણથી સંતુષ્ટ નથી તેમ કામી પુરુષ સ્ત્રીઓથી ધરાતો નથી.
૮૯. વિદ્યાર્થીને સુખ ક્યાંથી ? અને સુખાર્થીને વિદ્યા ક્યાંથી ?
૯૦. ધનનું મુખ્ય પ્રયોજન જ દાન અને ભોગ છે.
૯૧. જે ગાય સહેલાઈથી દોહવા દેતી નથી તેને બહુ માર ખાવો પડે છે.
૯૨. ફૂલમાંથી જે રીતે ભ્રમર મધ લે છે, રાજાએ એ રીતે પ્રજા પાસેથી કર લેવો.
૯૩. રાજનીતિમાં ધર્મ જરૂરી છે, પણ ધર્મમાં રાજનીતિની જરૂર નથી.
૯૪. પોતાનું જરૂરી કામ પડતું મૂકી બીજાનું કામ કરવા દોડી જાય તે મહામૂર્ખ છે.
૯૫. કોઈપણ પ્રસંગમાં આમંત્રણ વગર જ દોડી જાય છે તે અપમાનિત થાય છે.
૯૬. દૂરદર્શિતા, કુલીનતા, ઈન્દ્રિયનિગ્રહ, સ્વાઘ્યાય, પરાક્રમ, મિતભાષણ, દાન અને કૃતજ્ઞતા આ આઠ ગુણો મનુષ્યને યશસ્વી બનાવે છે.
૯૭. આળસ, માદક દ્રવ્યોનું સેવન, વાતોડિયો સ્વભાવ, પરિવારની માયા, ધગશનો અભાવ, લાલચ, ચંચળતા અને અહંકાર આ આઠ દુર્ગુણો હોય ત્યાં ક્યારેય વિદ્યા કે વિદ્યાર્થીનો વિકાસ થતો નથી.
૯૮. જે આસ્તિક છે તે પંડિત છે.
૯૯. ન ગમાડવા જેવા લોકોને ગમાડે છે, ગમાડવા જેવાનો ત્યાગ કરે છે તે મૂર્ખ છે.
૧૦૦. જે દુર્જનનો આદર સત્કાર કરતો નથી તેને યશ અને મહત્તા મળે છે.
૧૦૧. ધન, પુત્ર, સદ્ગુણી પત્ની, આજ્ઞાકંિત પુત્ર, નિરોગી શરીર, વિદ્યા-સુખ આપે છે.
૧૦૨. સુપાત્રને દાન આપવું એ ધનની પ્રતિષ્ઠા છે.
૧૦૩. બધાં જ ‘ઘા’ ની દવા છે પણ કટુવાણીના ‘ઘા’ ની કોઈ દવા નથી.
૧૦૪. બુદ્ધિથી પાર પડાતાં કાર્યો શ્રેષ્ઠ, બળથી મઘ્યમ અને કપટથી અધમ હોય છે.
૧૦૫. બોલવા કરતાં મૌન શ્રેષ્ઠ છે અને મૂંગા રહેવા કરતાં સાચું બોલવું શ્રેષ્ઠ છે.
૧૦૬. એકલું, અટૂલું ઊગેલું સુદ્દઢ મૂળવાળું વૃક્ષ પણ ઊખડે છે તેવું માણસનું પણ છે.
૧૦૭. યાન, વિગ્રહ, આક્રમણ, આસન, સંધિ, શત્રુતા, સમાશ્રય એ રાજનીતિ છે.
૧૦૮. જે તદ્દન નિઃસ્વાર્થ ભાવે સેવા કરે છે તેને અનાયાસે અપાર સુખ મળે છે.